बीजेपी के मीडिया सेल में सीएम नीतीश कुमार और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल व अन्य वरिष्ठ नेता।
पटना। लंबी कवायद के बाद आखिरकार बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों का बंटवारा हो गया है। साथ ही यह भी साफ कर दिया गया कि बिहार में नीतीश कुमार के चेहरे पर ही एनडीए चुनाव मैदान में जाएगा। 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में जेडीयू (JDU) को 122 सीटें मिली है, इसमें से जेडीयू अपने कोटे से जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) को 7 सीटें देंगी। इसमें पहले चरण में ही छह सीटें हैं। इस तरह से जेडीयू 115 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 121 सीटें मिली है। भाजपा अपने कोटे से मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को छह सीटें देगी। इस हिसाब से जदयू और भाजपा बराबर-बराबर 115-115 सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगे।
आज छह अक्टूबर, मंगलवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडऩवीस, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी, जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह, आरसीपी सिंह व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में इसका एलान किया।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि चुनाव आयोग को हम लिख कर देंगे कि केवल एनडीए में शामिल चार पार्टी जदयू, भाजपा, हम और वीआइपी ही चुनाव में प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल करेंगे। सुशील मोदी ने कहा एनडीए ने बिहार में नीतीश कुमार को ही अपना नेता स्वीकार किया है और उन्हीं के निर्देश पर चुनाव लड़ेंगे कोई कन्फ्यूजन मत रखो। मालूम हो कि चिराग पासवान ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री का चेहरा आगे कर चुनाव में जाएंगे। राजग से लोजपा के अलग होने से जुड़े प्रश्न पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर रामविलास पासवान स्वस्थ रहते तो ऐसा नहीं होता।
भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी बिहार मेें हमेशा से नीतीश कुमार के नेतृत्व की बात करती रही है। अब एनडीए में यहां केवल चार घटक दल हैं। उन्हीं की बात हम करेंगे।
नीतीश कुमार ही होंगे सीएम कैंडिडेट
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए कहा कि फिर दोहराता हूं नीतीश कुमार ही हमारे सीएम कैंडिडेट होंगे। हम फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाएंगे। जदयू से हमारा 1996 से ही गठबंधन रहा है। बीच के कुछ सालों को छोड़ दें तो जदयू और भाजपा का गठबंधन देश में सबसे पुराना है।
मुख्यमंत्री से जब चिराग पासवान के बयानों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह आरंभ से ही कहते रहे हैं कि जिन्हें जो बोलना है बोलें। हम इस पर ध्यान नहीं देते। रामविलास पासवान के प्रति शुरू से ही सम्मान रहा है। हम लोग यह कामना करते हैं कि वह जल्द स्वस्थ हो जाएं। नीतीश कुमार ने कहा कि बगैर जदयू और भाजपा की मदद के रामविलास थोड़े राज्यसभा में गए। हमलोगों ने ही तो उन्हें राज्यसभा भेजा। चिराग क्या बोल रहे हैं इस पर मेरा कोई लेना देना नहीं है। जदयू और भाजपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे और मिलकर सरकार बनाएंगे। मुख्यमंत्री बोले न्याय के साथ विकास राजग सरकार का सर्वोपरि लक्ष्य है। राजद के 15 वर्षों के शासन के दौरान हुए नरसंहार की याद दिलाई। कहा उस समय शिक्षकों को कितने महीने पर वेतन मिलता था। सड़कों और बिजली का क्या हाल था। बिहार के कामगारों को प्रवासी कहने पर आपत्ति जताई। कोरोना काल में राजग सरकार की उपलब्धियां गिनाई। कहा बिहार में प्रति दस लाख आबादी पर देश के औसत से तीन हजार ज्यादा जांच किए गए।
इसके पहले बिहार भाजपा प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीएम आवास में मुलाकात की। राजग से सीट बंटवारे पर अंतिम मुहर के लिए बिहार भाजपा के सभी बड़े नेता मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे । बिहार भाजपा प्रभारी भूपेन्द्र यादव और देवेन्द्र फडणवीस मुख्यमंत्री आवास में नीतीश कुमार से मुलाकात कर बातचीत को अंतिम रूप दिया ।
बिहार में तीन चरण में होंगे चुनाव
बता दें कि बिहार में तीन चरण में विधानसभा के चुनाव होंगे। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा, दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर और तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा। चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को घोषित होंगे।
2015 में क्या थे नतीजे
2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को भारी जीत मिली थी। 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में महागठबंधन 178 सीटों पर जीती थी। चुनाव बाद नीतीश कुमार बिहार के फिर से मुख्यमंत्री चुने गए थे। हालांकि, चुनाव के दो साल बाद जेडीयू महागठबंधन से अलग हो गई थी और भाजपा से हाथ मिला लिया था। इस चुनाव में आरजेडी को 80, जेडीयू को 71, भाजपा को 53 और कांग्रेस को 27 सीटों पर जीत मिली थी।