बहुजन नायक व बी.एस.पी. के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी को आज उनके जन्मदिन पर बी.एस.पी. द्वारा विभिन्न रूपों में पूरे देश भर में शत्-शत् नमन,वंदन


By News14india/शरणजीत सिंह तेतरी 9826114950,,,9294751950

लखनऊ । बहुजन नायक व बी.एस.पी. के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी को आज उनके जन्मदिन पर बी.एस.पी. द्वारा विभिन्न रूपों में पूरे देश भर में शत्-शत् नमन, माल्यार्पण तथा अपार श्रद्धा सुमन अर्पित, जिसके लिए पार्टी प्रमुख सुश्री मायावती जी द्वारा सभी लोगों का तहेदिल से आभार प्रकट तथा गुलाम मानसिकता वालों से अलग अपनी आपसी एकजुटता व बेहतर समझ के ज़रिए ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी आपका मिशन अधूरा, बीएसपी करेगी पूरा’ के संकल्प को देश में हो रहे लोकसभा आमचुनाव में सफल बनाने हेतु पूरे जी-जान से प्रयास करने की पूरज़ोर अपील।
(2) लोकसभा आमचुनाव होने के फलस्वरूप इस बार परम्परागत तौर पर होने वाले बी.एस.पी. के कार्यक्रम नहीं हुए, हालाँकि उनके अनुयाइयों द्वारा विभिन्न प्रोग्रामों के जरिए आज ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी अमर रहें, अमर रहें’ व ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी का मिशन अधूरा, बहनजी करेंगी पूरा’ आदि संकल्प व नारों के बीच उन्हें शत्-शत् नमन, अपार श्रद्धा सुमन व पुष्पांजलि अर्पित की गयी और उनको भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित करने की भी माँग की गई।
(3) उनका बहुजन संघर्ष, बी.एस.पी. के ज़रिए, परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के कारवाँ को सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करके अपना उद्धार स्वंय करने योग्य आत्मनिर्भरता का है, जिसके लिए तन, मन, धन की कुर्बानी ज़रूरी।
(4) खासकर आरक्षण विरोधी जातिवादी सोच के लोग एससी व एसटी वर्ग के आरक्षण को निष्क्रिय एवं निष्प्रभावी बनाने का षडयंत्र लगातार करते रहते हैं। इतना ही नहीं बल्कि एससी, एसटी के बाद अब ओबीसी समाज के हित के बारे में भी सरकार द्वारा बातें बहुत की जाती हैं किन्तु इनको सही से आरक्षण लाभ देना तो दूर इनके आरक्षण के बैकलॉग को भी वर्षों से नहीं भरा जा रहा हैं। इससे नीति निर्धारण में बहुजन समाज की भूमिका गौण है, जिस अति दुःखद स्थिति को बदलने का चिन्तन व चुनावी प्रयास दोनों बहुत ज़रूरी।
(5) जातिवादी शक्तियों के साम, दाम, दण्ड, भेद आदि के अनेकों षड़यंत्र से बचते-बचाते बहुजन समाज को केन्द्र व राज्यों की सत्ता अपने हाथ में लेने का चुनावी प्रयास हर हाल में जारी रखना है तभी यहाँ ‘सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति आन्दोलन की सफलता संभव: सुश्री मायावती जी।
लखनऊ, 15 मार्च 2024, शुक्रवार बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने बहुजन नायक व बी.एस.पी. के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी को आज उनके जन्मदिन पर बी.एस.पी. द्वारा विभिन्न रूपों में यूपी व पूरे देश भर में शत्-शत् नमन, माल्यार्पण तथा अपार श्रद्धा सुमन अर्पित करने वाले सभी लोगों का तहेदिल से आभार प्रकट किया तथा गुलाम मानसिकता वालों से अलग अपनी आपसी एकजुटता व बेहतर समझबूझ के ज़रिए ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी आपका मिशन अधूरा, बीएसपी करेगी पूरा’ के संकल्प को खासकर देश में हो रहे लोकसभा आमचुनाव में सफल बनाने हेतु पूरे जी-जान से प्रयास
करने की पुरज़ोर अपील की। लोकसभा आमुचनाव होने के फलस्वरूप इस बार परम्परागत तौर पर होने वाले बी.एस.पी. के कार्यक्रम नहीं हुए, हालाँकि उनके अनुयाइयों द्वारा विभिन्न प्रोग्रामों के जरिए आज ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी अमर रहें, अमर रहें’ व ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी आपका मिशन अधूरा, बहनजी करेंगी पूरा आदि के संकल्प व नारों के बीच उन्हें शत्-शत् नमन, अपार श्रद्धा सुमन व पुष्पांजलि अर्पित
किया गया और उनको भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित करने की भी माँग पुनः सरकार से की गई।

सुश्री मायावती जी ने इस अवसर पर याद दिलाया कि ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी का बहुजन संघर्ष, बी.एस.पी. मूवमेन्ट की सथापना व उसके संघर्ष के जरिए, परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के कारवों को सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करके अपना उद्धार स्वंय करने योग्य आत्मनिर्भरता का है, जिसके लिए तन, मन, धन की कुर्बानी लगातार बहुत ज़रूरी।
साथ ही, खासकर आरक्षण विरोधी जातिवादी सोच के लोगों द्वारा एससी व एसटी वर्ग को मिलने वाले आरक्षण को निष्क्रिय एवं निष्प्रभावी बनाने का षडयंत्र लगातार करते रहने की तीव्र आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि एससी, एसटी के बाद अब ओबीसी समाज के हित के बारे में भी सरकार द्वारा बातें बहुत की जाती हैं किन्तु इनको सही से आरक्षण लाभ देने का प्रयास तो दूर इनके आरक्षण के बैकलॉग को भी वर्षों से नहीं भरा जा रहा हैं। इस कारण नीति निर्धारण में बहुजन समाज के लोगों की भूमिका गौण है, जिस अति दुःखद स्थिति को बदलने का चिन्तन व चुनावी प्रयास दोनों बहुत ज़रूरी। सुश्री मायावती जी ने कहा कि जातिवादी शक्तियों के साम, दाम, दण्ड, भेद आदि के अनेकों षड्यंत्र से बचते-बचाते ‘बहुजन समाज’ को केन्द्र व राज्यों की सत्ता अपने हाथ में लेने का चुनावी प्रयास हर हाल में जारी रखना है तभी यहाँ ‘सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति’ आन्दोलन की
सफलता संभव है। वैसे यह सर्वविदित है कि ‘बहुजन समाज’ को गुलामी एवं लाचारी की ज़िन्दगी से निकालकर उन्हें खुद अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए अपना पूरा जीवन व अपना सब कुछ बी.एस.पी. मूवमेन्ट को न्योछावर करने के मान्यवर श्री कांशीराम जी के संकल्प एवं संघर्ष के कारण यूपी में बहन कु. मायावती जी के नेतृत्व में बी.एस.पी. की चार बार सरकार बनी और यहाँ ‘सामाजिक परिवर्तन एवं आर्थिक मुक्ति’ की मज़बूत नींव पड़ी और अपनी सरकार बनने का लाभ निचले स्तर तक कमजोर से कमजोर लोगों यानी सभी गरीब व उपेक्षित लोगों को उनका हक व न्याय मिला।
ऐसे बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम जी को. बी.एस.पी. के माध्यम से, देश व खासकर यूपी
में लोग तहेदिल से उन्हें स्मरण तथा बाबा साहेब के रुके पड़े कारवाँ को मजबूती देने के ऐतिहासिक
कार्य के लिए अपार श्रद्धा सुमन अर्पण इस संकल्प के साथ कर रहे हैं कि “मान्य, श्री कांशीराम जी
आपका मिशन अधूरा, बीएसपी करेगी पूरा, उन सभी को तहेदिल से आभार व उनके संघर्ष के देश में
हो रहे लोकसभा आमचुनाव में रंग लाने की शुभकामना देते हुए सुश्री मायावती जी ने कहा कि मण्डल
आयोग की सिफारिश को लागू करके ओबीसी समाज को शिक्षा व सरकारी नौकरी में 27 प्रतिशत
आरक्षण देने के लिए बी.एस.पी. व मान्यवर श्री कांशीराम जी के लम्बे संघर्ष को कौन भुला सकता है.
जिसको फिर उन्होंने कांग्रेस व भाजपा आदि के तीव्र विरोध के बावजूद श्री वी.पी. सिंह सरकार को
समर्थन देने की शर्त पर लागू करवाने का ऐतिहासिक कार्य करके बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के अधूरे
पड़े सपने को पूरा कराया।
इसीलिए देश के खासकर ‘बहुजन समाज’ के लोगों को जातिवादी व धन्नासेठ समर्थक विरोधी पार्टियों की साजिश व इनके हवाहवाई दावों और वादों से बच-बचाकर आगे चुनाव में सक्रियता व कार्रवाई करने की जरूरत है, क्योंकि अब और इनके भरोसे रहना आत्मघाती होगा।
वैसे ‘सामाजिक परिवर्तन एवं आर्थिक मुक्ति’ के अति-महत्वकांक्षी बी.एस.पी. मूवमेन्ट को गति. प्रगति व यूपी में कई बार सत्ता तक पहुँचाने वाले मान्यवर श्री कांशीराम जी के आदर-सम्मान में माननीया बहनजी की बी.एस.पी. सरकार द्वारा अनेकों भव्य व ऐतिहासिक महत्व के स्मारक / स्थल/पार्क आदि के साथ ही कई ग्राण्ड विश्वविद्यालय, कालेज, अस्पताल के साथ ही नये जिले आदि बनाए गए हैं जो उनके विरोधियों को कभी भी नहीं अच्छा लगा और उनकी सरकार बनते ही वे लोग विद्वेषपूर्ण व जातिवादी कार्रवाई करते हुए कई के नाम ही बदल डाले। मान्य. श्री कांशीराम नगर जिले का नाम बदलने के साथ ही इसी के तहत् लखनऊ में आई.आई.एम. के पास स्थापित ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी उर्दू, अरबी, फारसी यूनिवर्सिटी’ का नाम पहले सपा सरकार ने बदल डाला और फिर भाजपा सरकार ने उसके महत्व को लगभग समाप्त करते हुए उसे ‘भाषा विश्वविद्यालय’ बना डाला। ऐसे जातिवादी, साम्प्रदायिक व संकीर्ण सोच रखने वाली पार्टियों व इनके नेताओं से बहुजन समाज’ का हित व कल्याण की आशा करना रेगिस्तान में पानी तलाशने से कम नही है। इसीलिए सावधानी बरतनी जरूरी।
जारीकर्ता :
बी.एस.पी. यूपी स्टेट कार्यालय, 12 माल एवेन्यू, लखनऊ

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